aaj se pahale aaj se zyaadaa – lyics from giitaayan
आज से पहले आज से ज़्यादा
ख़ुशी आज तक नहीं मिली
इतनी सुहानी ऐसी मिठी – 2
घड़ी आज तक नहीं मिली
आज से पहले आज से ज़्यादा…
इस को संजोग कहें या क़िस्मत का लेखा
हुम जो अचानक मिले हैं
मन चाहे साथी पाकर हम सब के चेहरे
देखो तो कैसे खिले हैँ
ऊऽऽ
तक़्दीरों को जोड़ दे ऐसे
किन्हीं तक़्दीरों को जोड़ दे ऐसे
लड़ी आज तक नहीँ मिली
आज से पहले आज से ज़्यादा…
सपना हो जाये पूरा, जो हमने देखा
ये मेरे दिल की दुआ है
ये पल जो बीत रहें हैं इन के नशे में
दिल मेरा गाने लगा है
ऊऽऽ
इसी ख़ुशी को ढूँढ रहे थे
हम इसी ख़ुशी को ढूँढ रहे थे
यही आज तक नहीं मिली
आज से पहले आज से ज़्यादा…